New 260+ Tehzeeb Hafi Shayari in Hindi दिल से निकली शायरी का जादू – 2025

Tehzeeb Hafi Shayari “तहज़ीब हाफ़ी शायरी” उन लोगों के लिए एक जज़्बाती सफ़र है जो अल्फाज़ों में दर्द, मोहब्बत और जिंदगी का सच महसूस करना चाहते हैं। चाहे आपको Tehzeeb Hafi Sad Shayari (तहजीब हाफी शायरी) पसंद हो या डीप मीनिंग तहजीब हाफी शायरी इन हिंदी, उनका हर एक शेर दिल को छू जाता है।
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Tehzeeb Hafi Shayari

इसीलिए तो सबसे ज़्यादा भाती हो,
कितने सच्चे दिल से झूठी क़समें खाती हो.
मैंने जो कुछ भी सोचा हुआ है,
मैं वो वक़्त आने पे कर जाऊँगा तुम मुझे
ज़हर लगते हो और मैं किसी दिन तुम्हें पी के मर जाऊँगा
अभी से हाथ काँपने लगे मिरे
अभी तो मैं ने वो बदन छुआ नहीं
हमने भी कोशिश की थी वक़्त से जीतने की,
पर तेरे बिना दिल ने साथ देना छोड़ दिया।
कुछ बातें कह देने से रिश्ता टूट जाता है,
और कुछ ना कहने से दिल।
ज़ेहन से यादों के लश्कर जा चुके,
वो मेरी महफ़िल से उठ कर जा चुके,
मेरा दिल भी जैसे पाकिस्तान है,
सब हुकूमत करके बाहर जा चुके
Tehzeeb Hafi Shayari 2 Line

वो जो मुस्कुरा के कहते थे "हम हैं तुम्हारे",
आज वही सबसे ज़्यादा अजनबी लगते हैं।
जिसे खोने का डर हो,
वो अपना कभी नहीं होता।
ज़िंदगी ने एक बात बहुत अच्छे से सिखाई है,
कोई भी हमेशा के लिए नहीं होता।
हर बार टूटकर फिर से जुड़ जाना,
इसी को तो मोहब्बत कहते हैं शायद।
किसी की यादों में ज़िंदा रहना आसान है,
मगर किसी की ज़िंदगी बन जाना बहुत मुश्किल।
दिल के किसी कोने में अब भी तू ज़िंदा है,
तेरे जाने के बाद भी तुझसे रिश्ता जिंदा है।
Tehzeeb Hafi Shayari in Hindi

जो लोग अंदर से मर जाते हैं,
वो बाहर से खामोश हो जाते हैं।
तू रूठा रहे उम्र भर कोई ग़म नहीं,
बस तू किसी और का हो जाए ये मंज़ूर नहीं।
मैंने जो कुछ भी सोचा हुआ है,
मैं वो वक़्त आने पे कर जाऊँगा,
तुम मुझे ज़हर लगते हो,
और मैं किसी दिन तुम्हें पी के मर जाऊँगा
चाहता हूँ तुम्हें और बहुत चाहता हूँ,
तुम्हें ख़ुद भी मालूम है हाँ अगर मुझसे
पूछा किसी ने तो मैं सीधा मुँह पर मुकर जाऊँगा
हम एक उम्र इसी गम में मुब्तला रहे थे,
वो सान्हे ही नहीं थे जो पेश आ रहे थे
तेरे दिल से तेरे शहर से तेरे घर से तेरी
आँख से तेरे दर से तेरी गलियों से तेरे
वतन से निकाला हुआ हूँ किधर जाऊँगा
Tehzeeb Hafi Shayari in English

Main Ne Us Din Bolna Chhor Diya,
Jab Samjha Ke Log Sirf Apni
Soch Ke Hisaab Se Samajhte Hain.
Kabhi Kabhi Khamoshi, Lafzon Se Zyada Cheekh Karti Hai,
Jab Dil Andar Se Toota Hota Hai.
Tu Kabhi Mera Tha Hi Nahi,
Lekin Maine Tujhe Har Cheez Se Zyada Chaha.
Sabse Mushkil Jang Woh Hoti Hai,
Jo Andar Chal Rahi Hoti Hai
Jahan Zakham Dikhte Nahi.
Woh is tarah chala gaya jaise kuch tha hi nahi,
aur main is tarah toot gaya jaise sab kuch tha wahi
Tehzeeb Hafi Love Shayari

तू मिला तो यूं लगा जैसे दुआ क़ुबूल हो गई,
वरना हम तो बस खुद से ही शिकायतें किया करते थे। ❤️
तेरे बिना अधूरी सी लगती है ये ज़िंदगी,
जैसे कोई शेर बग़ैर मतले के हो। 💕📖
तू साथ हो तो हर दर्द भी मंज़ूर है,
क्योंकि तेरा होना ही तो सबसे हसीन सुकून है। 🌹❤️
तेरी मुस्कान में कुछ तो बात है,
जो हर रोज़ मेरी उदासी को हरा देती है। 😊❤️
हमने इश्क़ में सब कुछ हार दिया,
बस तुझे पाने की जिद अब भी बाकी है। 💔🔥
तेरा नाम लेते ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती है,
जैसे बच्चा अपनी पसंदीदा चीज़ देख ले। 😍💖
Tehzeeb Hafi Sad Shayari

कुछ तो टूट गया है अंदर ही अंदर,
वरना यूँ खामोश रहना हमारी आदत नहीं थी।
जिसे हम सबसे ज़्यादा समझते थे अपना,
आज वही सबसे ज़्यादा अजनबी बन बैठा।
ख़ामोशी भी अब शोर करने लगी है,
जबसे तुमने बात करना छोड़ दिया।
तू था तो सब कुछ था,
अब लगता है जैसे कुछ भी नहीं बचा।
तेरे बाद किसी से मोहब्बत करने का दिल नहीं करता,
क्योंकि अधूरी चीज़ों से अब डर लगता है।
तू पूछे बिना ही चला गया,
हम इंतज़ार करते रहे, एक आखिरी अलविदा का।
Deep Meaning Tehzeeb Hafi Shayari in Hindi

हमने रिश्तों को निभाया है चुप रहकर,
लोग समझे ही नहीं कि हमारी खामोशी भी मोहब्बत थी।
कभी-कभी लोग नहीं, वक़्त बदलते हैं,
पर वक़्त के साथ लोग भी असली चेहरा दिखा देते हैं।
अब मज़ीद उससे ये रिश्ता नहीं रक्खा जाता,
जिससे इक शख़्स का पर्दा नहीं रक्खा जाता,
एक तो बस में नहीं तुझसे मोहब्बत ना करूँ,
और फिर हाथ भी हल्का नहीं रक्खा जाता..!!
तिरी तरफ़ चले तो उम्र कट गई
ये और बात रास्ता कटा नहीं
कुछ लोग छोड़ कर नहीं जाते,
बस दिल से उतर जाते हैं चुपचाप।
ख़ुदा करे वो पेड़ ख़ैरियत से हो
कई दिनों से उसका राब्ता नहीं
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